बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए संजय गांधी निराधार योजना के तहत विधवाओं, निराश्रित महिलाओं तथा श्रवण बाल अपंग योजना के तहत निराश्रित एवं अन्य निराश्रित श्रेणियों का मानदेय बढ़ाने की मांग की गई।
बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए संजय गांधी निराधार योजना के तहत विधवाओं, निराश्रित महिलाओं तथा श्रवण बाल अपंग योजना के तहत निराश्रित एवं अन्य निराश्रित श्रेणियों का मानदेय बढ़ाने की मांग की गई। कांग्रेस माथाडी वर्कर्स मराठवाड़ा के महासचिव सैयद अशफाक अली ने एक ज्ञापन के माध्यम से जिला कलेक्टर से मांग की है. औरंगाबाद- बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए संजय गांधी निराधार योजना के तहत विधवाओं, निराश्रित महिलाओं और श्रवण बाल अपंग योजना के तहत निराश्रित और अन्य निराश्रित श्रेणियों के मानदेय में वृद्धि की मांग करते हुए एक ज्ञापन रेजिडेंट डिप्टी कलेक्टर और अतिरिक्त को सौंपा गया है। आज जिला कलेक्टर विनोद खिरोलकर. कांग्रेस मथाडी वर्कर्स मराठवाड़ा के महासचिव सैयद अशफाक अली ने एक बयान दिया, महाराष्ट्र सरकार 65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों, विधवाओं और विकलांग लोगों को निर्वाह भत्ते के रूप में 1500/- रुपये प्रदान करती है। लेकिन आज महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है और उक्त भत्ता अपर्याप्त होता जा रहा है। इसके कारण उपरोक्त योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को अपने स्वास्थ्य व्यय को पूरा करना मुश्किल हो गया

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